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Sunday, September 28, 2008

वाचोविया बैंक भी मेरिल लिंच, लेहमन ब्रदर्स व वाशिंगटन म्युचुअल की राह पर

कुछ दिन पूर्व तक दुनिया में सबसे मजबूत मानी जाने वाली अमेरिकी अर्थव्यवस्था की दीवारें अब खोखली हो चुकी हैं। सब प्राइम संकट के कारण इन मजबूत दीवारों को बनाने वाली अमेरिकी वित्तीय संस्थानों की ईंटे भरभराकर गिर रही हैं। इनमें अब अमेरिका के छठें सबसे बड़े बैंक वाचोविया व मोर्गन स्टैनले का भी नाम शामिल होने वाला है। यह दोनों बैंक मेरिल लिंच, लेहमन ब्रदर्स व वाशिंगटन म्युचुअल की राह चल पड़े हैं।

सब प्राइम संकट के कारण हाल के कुछ दिनों के भीतर शेयरों में आई भीषण गिरावट से वाचोविया ने अपनी बिक्री के लिए खरीदार तलाशना शुरू कर दिया है। इस संबंध में उसकी अमेरिका के सबसे बड़े वित्तीय संस्थान सिटी ग्रुप से प्रारंभिक दौर की बातचीत भी हुई है। सब प्राइम संकट का सबसे पहला शिकार सिटीग्रुप ही बना था। कुछ परिसंपत्तियों की बिक्री कर इसने अपनी माली हालत थोड़ी सुधार ली है।

अमेरिका के अन्य बैंक मोर्गन स्टैनले भी ऐसी ही स्थितियों से गुजर रहा है। लेहमन के ढहने से सहमे निवेशक मोर्गन से भी दूर भाग रहे हैं। इससे इसके भी दीवालिया होने की राह पर चल पड़ने का खतरा पैदा हो गया है।

Wachovia Corp. has entered into preliminary talks with a handful of possible buyers people familiar with the company told the Wall Street Journal. The company is the latest in a parade of banks to look for safety in the arms of a suitor amid concerns that the weak economy is pushing them deeper into peril. Washington Mutual Inc.'s late-Thursday failure rattled the shares of other troubled banks, and shares in Wachovia fell 27 percent on Friday as investors fretted about its massive mortgage portfolio.

Investors are growing concerned that a host of banks nationwide, both large and small, could come under fresh pressure to either raise more capital or else find someone willing to buy them.

Wachovia is talking to potential buyers including Wells Fargo & Co., Banco Santander of Spain and Citigroup, people familiar with the situation told the Wall Street Journal. Wachovia officials don't believe they need to rush into a deal, and the bank isn't feeling immediate pressure on its financial condition, people familiar with the company said.

अमेरिका में पेयजल का संकट! बर्बादी नहीं करने की सलाह!!

अमेरिका के मध्य-पश्चिम भाग में आई बाढ़ में घर बह गए … बाँधों में पानी की स्थिति खतरनाक बनी हुई है ...
 
आयोवा प्रांत में मुख्य नदी का जल स्तर खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर … कई इलाकों में पेयजल का संकट है… प्रशासन ने लोगों से पेयजल की बर्बादी नहीं करने की सलाह दी … 

…धाराओं को रोकने के अभियान में सेना के भी जवान शामिल हो गए हैं …  

डेल्टन झील पर बने विस्कोसिन के डेल क्रीक बाँध में पानी ऊपर तक बढ़ रहा… अमेरिका में बाढ़ के चलते फसलों को तगड़ा नुकसान पहुंचा … 

अरे भई, ये सभी खबरें अमेरिका की हैं! हमारे देश भारत की नहीं!
अब जरा नीचे दी गयी चंद तस्वीरें भी देख ही लीजिये, जो अमेरिका की ही हैं


अब दीवालिया हुया वाशिंगटन म्युचुअल

सब प्राइम संकट का ताजा शिकार बने वाशिंगटन म्युचुअल ने दीवालिया होने के लिए आवेदन किया है। दो दिन पहले अपना बैंकिंग कारोबार वित्तीय सेवा कंपनी जेपी मोर्गन चेज के हाथों बेचने के बाद अमेरिका के 119 वर्ष पुराने इस बैंक ने यह कदम उठाया है। कुछ ही दिन पहले अमेरिका के चौथे सबसे बड़े बैंक लेहमन ब्रदर्स होल्डिंग इंक ने भी दीवालिया होने का आवेदन किया था। यह दोनों बैंक बीते 13 माह से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को अपनी गिरफ्त में जकड़े सब प्राइम संकट का शिकार बने हैं।

इस संकट के चलते बैंक को करीब 19 अरब डालर का नुकसान होने की आशंका है। 300 अरब डालर से ज्यादा की परिसंपत्तियों वाले वाशिंगटन म्युचुअल के धराशायी होने को अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़ी बैंकिंग विफलता के रूप में देखा जा रहा है। 

मेरिल लिंच, मोर्गन स्टैनले, गोल्डमैन सैक्श जैसे प्रमुख अमेरिकी बैंक व दुनिया की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एआईजी भी सब प्राइम संकट के कारण बर्बाद हो चुके हैं।

As the debate over a $700 billion bank bailout rages on in Washington, one of the nation's largest banks -- Washington Mutual Inc. -- has collapsed under the weight of its enormous bad bets on the mortgage market.

WaMu is JPMorgan Chase's second acquisition this year of a major financial institution hobbled by losing bets on mortgages. In March, JPMorgan bought the investment bank Bear Stearns Cos. for about $1.4 billion, plus another $900 million in stock ahead of the deal to secure it. The downfall of WaMu has been widely anticipated for some time because of the company's heavy mortgage-related losses. As investors grew nervous about the bank's health, its stock price plummeted 95 percent from a 52-week high of $36.47 to its close of $1.69 Thursday. On Wednesday, it suffered a ratings downgrade by Standard & Poor's that put it in danger of collapse.

Sunday, September 21, 2008

महाबली अमेरिका ने दुनिया के आगे हाथ फैलाये

माली हालत पतली होने के बाद दुनिया के महाबली बाजार नियन्ता अमरीका को विश्व की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं के आगे मदद का हाथ फैलाना पड़ा है। राष्ट्रपति बुश  ने बयान में सीधे सहयोग की गुहार लगाई है। वहीं, राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेटिक उम्मीदवार ओबामा ने इन हालात में विश्व से मदद मांगी है। बुश प्रशासन ने इससे निपटने के लिए कांग्रेस में बचाव योजना का मसौदा भेजा है। गौरतलब है कि अमरीका के प्रमुख बैंक लीमेन ब्रदर्स के दिवालिया हो जाने से वहां आर्थिक संकट पैदा हो गया है। 

पूंजी बाजार की अनिश्चितता को देखते हुए अमरीका के प्रमुख वाहन निर्माता जनरल मोटर्स ने बाजार से अपनी पूंजी समेटनी शुरू कर दी है। उसने बैंकों से अपने बचे हुए 3.5 अरब डॉलर भी शनिवार को निकाल लिए। जनरल मोटर्स के वॉल्टर बोस्र्ट ने बताया कि यह तरलता घटने पर पूंजी की कमी से बचने का उपाय है। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि आर्थिक आपात की स्थिति से निपटने के लिए बुश प्रशासन ने अपने सभी हथियारों का प्रयोग शुरू कर दिया है। बाजार को वापस स्थिर करने के लिए अरबों रूपए की बचाव योजना बनाई है। इसे अर्थशास्त्र में पम्प प्राइमिंग कहा जाता है। 

ब्राजील के राष्ट्रपति लुइस इनासियो लुला दा सिल्वा ने कहा कि उनका देश अमरीकी वित्तीय संकट से प्रभावित नहीं होगा। दशक पहले ऎसा होता तो ब्राजील अभी भीख मांग रहा होता। थाईलैण्ड के सेन्ट्रल बैंक गर्वनर तारिसा वातानगासे ने कहा है कि 11 साल पहले थाईलैण्ड में हुए आर्थिक विनाश से बुरा समय अभी अमरीका देख रहा है। गौरतलब है कि 1997 वें थाइलैण्ड के बैंकों के अचानक से दिवालिया हो जाने से वहां की मुद्रा बहत का एक ही रात में करीब 1000 फीसदी तक अवमूल्यन हो गया था। 

अमरीका को बिगड़ते हालात में वैश्विक सहयोग की जरूरत है। अमरीकी आर्थिक इतिहास का निर्णायक क्षण है। हालात ऎसे हैं कि अमरीकियों का दैनिक जीवन प्रभावित हो गया है। संघीय सरकार बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों की तरल पूंजी खरीदेगी। -जॉर्ज बुश, राष्ट्रपति  

Monday, September 8, 2008

हर बीस में से एक अमेरिकी अवसाद (Depression) में

एक ताजा अध्ययन के अनुसार दुनिया के सबसे ताकतवर माने जाने वाले देश अमेरिका में हर बीस से एक अमेरिकी अवसाद से ग्रस्त है और यह बीमारी पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक पाई गई है। अमेरिका के रोग नियंत्रण व बचाव केंद्र के हालिया आंकड़ों के मुताबिक 12 वर्ष या उससे अधिक आयु के अवसाद से ग्रस्त 80 फीसदी लोगों में इसकी वजह से कामकाज प्रभावित होना पाया गया जबकि 27 प्रतिशत ने बताया कि इससे काम करने में मुश्किल होती है। अध्ययन के लेखक लारा ए प्राट व डेब्रा जे ब्राडी के मुताबिक इसकी वजह से वर्ष 2000 में अमेरिका पर अनुमानित 83 अरब अमेरिकी डालर का बोझ पड़ा। कम उत्पादकता और कार्यस्थल से आदतन गैर हाजिरी के वजह से यह भार पड़ा। गरीबी व अवसाद के बीच संबंध को उजागर करते हुए सर्वे के रिपोर्ट में कहा गया है कि सात गरीब अमेरिकी में से एक अवसाद में है और गैर हिस्पैनिक अश्वेत लोगों में गैर हिस्पैनिक श्वेत लोगों की तुलना में अवसाद की दर अधिक है।

सर्वे के रिपोर्ट में कहा गया है कि 39 प्रतिशत पुरुष और 22 प्रतिशत महिलाओं ने जाहिर किया कि उनके अवसाद के लक्षण उन्हें काम करने में काफी परेशान करते हैं। कम अवसाद के लक्षण वाले आधे से ज्यादा लोगों को भी रोजाना के कामकाज में कुछ मुश्किल आने की बात दर्ज की गई है। यह पाया गया कि 40 से 59 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों में अन्य आयु वर्ग के लोगों की तुलना में अवसाद की दर अधिक है और संघीय गरीबी रेखा से नीचे की आय वाले लोगों में गरीबी रेखा से ऊपर के लोगों की तुलना में अवसाद की दर अधिक है।

Saturday, September 6, 2008

ब्रिटेन में बड़ी आर्थिक मंदी की चेतावनी

ब्रिटेन के वित्तमंत्री एलिस्टर डार्लिंग ने स्वीकार किया है कि देश 60 सालों में सबसे ख़राब आर्थिक स्थिति का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा है कि आर्थिक मंदी का यह दौर द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद का सबसे ख़राब दौर है और यह लोगों की कल्पना से ज़्यादा गंभीर और देर तक चलने वाला है। गार्डियन अख़बार से हुई बातचीत में वित्तमंत्री ने स्वीकार किया कि रोज़मर्रा के बढ़ते खर्चों और रोज़गार को लेकर असुरक्षा को लेकर लोगों की चिंता को समझ पाने में सरकार विफल रही है। उनका कहना था कि लोग सरकार के आर्थिक प्रबंधन से उकता गए हैं।

एलिस्टर डार्लिंग का कहना था, "आने वाले 12 महीने कई पीढ़ियों के लेबर पार्टी के इतिहास में सबसे कठिन 12 महीने होने वाले हैं।" यह माना जा रहा है कि अगले हफ़्ते सरकार मकान से निपटने के लिए उपायों की घोषणा करेगी। इस बीच वित्तमंत्री को मकान बाज़ार को लेकर विरोधाभासी बयान देने के लिए निंदा का सामना करना पड़ा है और दस पेंस की टैक्स दर ख़त्म करने के मामले में भी। लेकिन उन्होंने माना है कि इस समय सरकार एक बड़ी समस्या से जूझ रही है।
(बीबीसी से साभार)

Thursday, September 4, 2008

गुस्ताव तूफान गुजरने के बाद सड़कों पर पानी भरा, मलबा जमा हुआ

लुइजियाना और मिसिसिपी में गुस्ताव तूफान के कारण समुद्र तट के पास तेल का उत्पादन बंद हो गया, छतें उड़ गईं और न्यू ऑर्लियन्स के लोअर नाइन्थ वार्ड जिले में कई फुट पानी भर गया । पर अधिकारियों ने कहा है कि तूफान से उतना अधिक नुकसान नहीं हुआ, जितनी उनको आशंका थी । इसके बावजूद तूफान से हुआ नुकसान अरबों डॉलर का हो सकता है ।

मिसिसिपी में सड़कों पर पानी भरने के कारण कुछ तटीय इलाकों में पहुंचना मुश्किल हो गया है । अधिकारियों ने तूफान में फंसे कई लोगों को बचा लिया है । तूफान प्रभावित बहुत से क्षेत्रों में कर्फ्यू अब भी जारी है और बचावकर्ताओं को फिलहाल वहां से दूर रहने की सलाह दी गई है ।

Tuesday, September 2, 2008

अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़ा पलायन

अमेरिका पर एक बार फिर तूफान का साया है। तेज हवाओं और भारी बारिश के साथ गुस्ताव नाम के शक्तिशाली तूफान ने अमेरिका के तटीय राज्यों में सोमवार की सुबह से ही तबाही मचाना शुरू कर दिया है। जान बचाने के लिए 20 लाख से भी ज्यादा लोग घर-बार छोड़ कर सुरक्षित ठिकानों पर चले गए हैं। यह अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़ा पलायन बताया जा रहा है। तटीय इलाकों में तेल का उत्पादन बंद हो चुका है। जनजीवन पूरी तरह थम गया है।

तूफान के समुद्री किनारे से सटे लुइसियाना, न्यू ओर्लियांस और अन्य राज्यों तक पहुंचने से पहले ही इन क्षेत्रों के लगभग बीस लाख लोग यहां से दूर, सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। भारतीय मूल के लुइसियाना के गवर्नर बाबी जिंदल ने राज्य में रह गए लगभग एक लाख लोगों से भी जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर चले जाने की अपील की है।

शहरों में बचे रह गए लोगों को राहत पहुंचाने और वीरान पड़े घरों में लूटपाट की घटनाओं को रोकने के लिए सैकड़ों सैनिक दस्ते पहुंच गए हैं। तूफान के डर से लोगों के शहर छोड़ कर भाग जाने के कारण न्यू ओर्लियांस शहर भूतों के शहर में बदल गया है। मेयर रे नाजिन के अनुसार शहर में अब मात्र दस हजार लोग ही बच गए हैं। पुलिस के अनुमान के मुताबिक 3 लाख 27 हजार लोग शहर छोड़कर जा चुके हैं। उन्होंने स्थानीय टेलीविजन चैनल को बताया कि जो लोग बच गए हैं वे शहर के ऊपरी हिस्से में रहते हैं।

A weakened Hurricane Gustav swept inland lashing a largely deserted New Orleans, as Louisiana's governor warned of potential flooding and said one protective levee may have been breached.

``The worst tidal surges may be on the back-end of the storm,'' Bobby Jindal told reporters. ``I don't want anyone having a false sense of hope, it is still too early.'' Waters may have broken through a levee at Plaquemines Parish south of the city, he said.

Gustav left half of New Orleans without power and its barrier of floodwalls mostly intact, unlike Hurricane Katrina in 2005 which caused a surge that swamped 80 percent of the city. An unmanned predator drone and a helicopter with night-vision equipment will survey the city's defenses.