शायद ही किसी ने सोचा हो कि गुरु को ईश्वर का दर्जा देने वाले सामाजिक मूल्यों में इस कदर गिरावट आएगी कि शिक्षकों को बंदूक साथ रखकर शिष्यों को पढ़ाना पड़ेगा। लेकिन यह सच है और इस कड़वी सच्चाई की शुरुआत उस अमेरिकी समाज में देखने को मिलेगी, जो सारी दुनिया को पश्चिम की आधुनिक और व्यस्थित जीवन शैली सिखाने का दावा ताल ढोक कर करता है।
एरिका में टैक्सास के डिस्ट्रिक्ट स्कूल के शिक्षकों को छात्रों से सुरक्षित रहने के लिए बंदूक रखने की अनुमति दे दी गई है। यहां के हेराल्ड इंडिपेंडेंट स्कूल डिस्ट्रिक्ट के अधीक्षक डेविड थ्वेट ने बताया कि स्कूल के शिक्षक कक्षा में बंदूक रखकर छात्रों को पढ़ा सकेंगे। थ्वेट ने बताया कि स्कूल के बोर्ड ने आमराय से इस योजना को अमलीजामा पहनाने की मंजूरी दे दी है, साथ ही अभिभावकों ने भी इस पर कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई है।
थ्वेट ने कहा कि आखिरकार यह सुरक्षा का मामला है और इस पर कोई कोताही नहीं बरती जा सकती। बकौल थ्वेट शायद यह दुनिया का पहला स्कूल होगा, जिसमें शिक्षक बंदूक के साए में शिष्यों को ज्ञान का पाठ पढ़ाएंगे। गौरतलब है कि अमेरिका में हाल ही में छात्रों द्वारा शिक्षण संस्थानों में गोली बारी किए जाने की वारदातों के बाद पिछले कुछ समय से शिक्षकों और छात्रों को लाइसेंस शुदा हथियार अपने साथ रखने की अनुमति दिए जाने की मांग उठ रही थी।
मूल समाचार
Teachers in one part of the US state of Texas are to be allowed to carry concealed firearms when the new school term opens this month ...Teachers would have to undertake crisis management training first ... The announcement has prompted furious debate about the pros and cons of guns in the classroom, particularly in the wake of several school shootings in recent years ..
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Sunday, August 17, 2008
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