अवकाश प्राप्त जनरल ने अपने पलने बढने को याद करते हुए कहा कि मुझसे लोग पूछते हैं कि आप यहां तक कैसे पहुंचे । आप प्रतिभावान छात्र नहीं थे । कैसे आपने किया । पावेल ने कहा मेरे पास एक परिवार था । मेरे परिवार में माता पिता चाचा चाची और चेचेरे भाई बहन थे। हम सब साथ खेलते थे । आप बीच में पढ़ाई नहीं छोड़ सकते थे । आप अपने माता पिता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरने की सोच तक नहीं सकते थे। पावेल ने कहा कि अमेरिका को इसमें (व्यवस्था) वापस आने की जरूरत है । जब परिवार कष्ट में होता है तो अन्य सामने आते हैं।
बच्चे के लिये माता पिता की मौजूदगी की जरूरत बताते हुए पावेल ने कहा विश्वास है कि उनके अपने माता हों लेकिन ऐसा नहीं भी हो सकता है। लिहाजा जब ऐसी स्थिति नहीं है तो हम केवल यह नहीं कह सकते कि बहुत बुरा है । हमें विकल्प देखना होगा। हमें सरोगेट चाहिये हमें वे लोग चाहिये जो आगे आयें और बच्चे को अपनी मौजूदगी का ऐहसास करायें ।
1 comment:
बहुत अच्छा ब्लाग है। आज ही इसे देखा। यह वर्तमान पूंजीवादी दुनिया की विकृतियों और असफलताओं का सच्चा लेखा प्रस्तुत कर रहा है।
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