ब्रिटेन में हर पांच मिनट में एक नागरिक या व्यवसाय दिवालिया हो रहा है। यह दावा एक संगठन ने किया है, जिसका कहना है कि 104 परिसंपत्तियों पर हर दिन मालिकाना हक बदल रहा है। स्काई न्यूज की रिपोर्ट में कहा गया है कि क्रेडिट एक्शन ने दावा किया है कि पिछले साल में मदद के लिए ऋण चाहने वाले लोगों की संख्या में एक तिहाई से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। 104 परिसंपत्तियों पर मालिकाना हक हर दिन बदल रहा है और औसतन हर परिवार पर 9500 पाउंड का कर्ज है। कैपिटल इकोनामिक्स के प्रबंध निदेशक रोजर बूतल के मुताबिक वास्तव में आसान ऋण का दौर खत्म हो चुका है।
उन्होंने कहा कि वित्तीय परिदृश्य फिर कभी ऐसा नहीं होगा। हम उन घटनाओं के दौर से गुजर रहे हैं जो 1920-30 की महान मंदी के कारण बने थे। विशेषज्ञों के अनुसार अधिकांश लोग को यह नहीं मालूम है कि वे कितने कर्ज में हैं। जिन लोगों को यह पता है वे समस्याओं में घिरे हैं। सिटिजन एडवाइस के एलेक्स मैक डेरमोट ने लोगों को सलाह देते हुए कहा है कि जितनी जल्दी हो सलाह लीजिए। कई तरीके हैं जिनसे हम आपकी मदद कर सकते हैं।
कुछ और भी search करें
Wednesday, October 15, 2008
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
1 comment:
मरणासन्न पूँजीवाद की अन्तिम कुछ हिचकियाँ।
Post a Comment