अमेरिका पर एक बार फिर तूफान का साया है। तेज हवाओं और भारी बारिश के साथ गुस्ताव नाम के शक्तिशाली तूफान ने अमेरिका के तटीय राज्यों में सोमवार की सुबह से ही तबाही मचाना शुरू कर दिया है।
जान बचाने के लिए 20 लाख से भी ज्यादा लोग घर-बार छोड़ कर सुरक्षित ठिकानों पर चले गए हैं। यह अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़ा पलायन बताया जा रहा है। तटीय इलाकों में तेल का उत्पादन बंद हो चुका है। जनजीवन पूरी तरह थम गया है।
तूफान के समुद्री किनारे से सटे लुइसियाना, न्यू ओर्लियांस और अन्य राज्यों तक पहुंचने से पहले ही इन क्षेत्रों के लगभग बीस लाख लोग यहां से दूर, सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। भारतीय मूल के लुइसियाना के गवर्नर बाबी जिंदल ने राज्य में रह गए लगभग एक लाख लोगों से भी जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर चले जाने की अपील की है।
शहरों में बचे रह गए लोगों को राहत पहुंचाने और
वीरान पड़े घरों में लूटपाट की घटनाओं को रोकने के लिए सैकड़ों सैनिक दस्ते पहुंच गए हैं। तूफान के डर से लोगों के शहर छोड़ कर भाग जाने के कारण
न्यू ओर्लियांस शहर भूतों के शहर में बदल गया है। मेयर रे नाजिन के अनुसार
शहर में अब मात्र दस हजार लोग ही बच गए हैं। पुलिस के अनुमान के मुताबिक 3 लाख 27 हजार लोग शहर छोड़कर जा चुके हैं। उन्होंने स्थानीय टेलीविजन चैनल को बताया कि जो लोग बच गए हैं वे शहर के ऊपरी हिस्से में रहते हैं।
A weakened Hurricane Gustav swept inland lashing a largely deserted New Orleans, as Louisiana's governor warned of potential flooding and said one protective levee may have been breached.
``The worst tidal surges may be on the back-end of the storm,'' Bobby Jindal told reporters. ``I don't want anyone having a false sense of hope, it is still too early.'' Waters may have broken through a levee at Plaquemines Parish south of the city, he said.
Gustav left half of New Orleans without power and its barrier of floodwalls mostly intact, unlike Hurricane Katrina in 2005 which caused a surge that swamped 80 percent of the city. An unmanned predator drone and a helicopter with night-vision equipment will survey the city's defenses.